Sunil Khanna's chic in Chandigarh Club after 8 years

चंडीगढ़ क्लब के सुनील खन्ना बने अध्यक्ष, अनुराग अग्रवाल उपाध्यक्ष, बबला के बेटे ने भी मारी बाजी

Sunil Khanna became the president of Chandigarh Club, Anurag Agarwal became the vice president, Babl

Sunil Khanna became the president of Chandigarh Club, Anurag Agarwal became the vice president, Babl

Sunil Khanna's chic in Chandigarh Club after 8 years- चंडीगढ़ (आदित्य शर्मा)। आखिरकार लंबे इंतजार के बाद चंडीगढ़ क्लब को आपना नया प्रधान मिल गया। 8 सालों के बाद प्रधान पद पर सुनील खन्ना ने ठाठ के साथ जीत हासिल की। सुनील खन्ना ने 1580 मतों के साथ प्रधान पद का चुनाव जीत लिया। उन्होंने अपने करीबी प्रतिद्वंदी नरेश चौधरी को 128 वोटों के अंतर से हराया। उधर, अनुराग अग्रवाल चंडीगढ़ क्लब के नए उपाध्यक्ष चुने गए। उन्होंने 19 वोटों के अंतर से करण नंदा को हराया। 

कार्यकारिणी में देवेंद्र बबला के बेटे परमवीर ङ्क्षसह बबला समेत आठों ने जीत दर्ज की। बबला के अलावा संजय पाहवा, जसमन सिंह रिक्खी, बिक्रम बेदी, रोहित सूरी, रचित गोयल, आदेश जोशी व विकास बीटर शामिल हैं। इधर यह भी बताना जरूरी है कि इन चुनाव को लेकर पिछले दिनों प्रेस क्लब में खुली डिबेट का भी आयोजन करवाया गया था। जिसमें सभी प्रत्याशियों ने खुलकर अपने समर्थन में मत मांगे थे। चंडीगढ़ क्लब का चुनाव भी एक प्रतिष्ठा का सवाल बना हुआ था, क्योंकि यहां पर चंडीगढ़ के उद्योगपति ब्यूरोक्रेसी एडवोकेट्स समेत सभी की नजर लगी हुई थी। 

 

चंडीगढ़ क्लब के नए अध्यक्ष सुनील खन्ना बन गए हैं। उन्होंने कहा कि यह क्लब के सदस्यों  के विश्वास की जीत हुई है और वह यह विश्वास कभी टूटने नहीं देंगे। बता दें कि खन्ना ने कड़े मुकाबले में अपने दोनों प्रतिद्वंदियों को हराया है। सुनील खन्ना ने 128 वोटों के अंतर से जीत हासिल की है।

सुनील खन्ना को 1580 वोट मिले, जबकि दूसरे स्थान पर रहे नरेश चौधरी को 1452 वोट मिले हैं। बता दें कि प्रधान पद के लिए तीन उम्मीदवारों जिसमें सुनील खन्ना, रमनीत सिंह चहल और नरेश चौधरी के बीच कड़ा मुकाबला था। आठ साल बाद चंडीगढ़ क्लब के विभिन्न पदों पर शनिवार को मतदान हुआ था।

रविवार को मतगणा की गई। बता दें कि चंडीगढ़ क्लब शहर के प्रतिष्ठित क्लब में शुमार है। इस क्लब के शहर के उद्योगपति, बिजनेसमैन, प्रोफेसर, वैज्ञानिक, चिंतक, वकील जैसी बड़ी हस्तियां सदस्य है। वोट डालने के लिए कई सेना के वरिष्ठ अधिकारी, पूर्व मेयर, वरिष्ठ नेता, वरिष्ठ वकील, वरिष्ठ सीए, आर्किटेक्ट समेत अन्य पहुंचे। हालांकि बीते दिन तनावपूर्ण माहौल के बीच मतदान सम्पन्न हुआ। कुल 7,441 मतों में से 3,292 मत डाले गए, जिनमें 164 महिलाएं, 1,157 वरिष्ठ नागरिक और लगभग 1,971 सामान्य वर्ग के सदस्य शामिल थे। हालांकि, लंबी कतारों, धीमे यातायात और पार्किंग की असुविधा के कारण कई वरिष्ठ नागरिक मतदान नहीं कर सके। उपाध्यक्ष पद के उम्मीदवारों अनुराग चोपड़ा और एडवोकेट करण नंदा के बीच हाथापाई हुई व नंदा ने चोपड़ा का गला तक पकड़ लिया। सूत्रों ने बताया कि एडवोकेट करण नंदा और पूर्व मेयर रविंदर पाली के बीच फर्जी मतदाताओं के आरोपों को लेकर तीखी बहस भी हुई।  

सुनील खन्ना 13 साल बाद प्रेसिडेंट चुने गए, बोले  क्लब की करेंगे कायाकल्प

चंडीगढ़ क्लब में चली लंबी खींचतान को विराम देते हुए सुनील खन्ना आज दोबारा प्रेसिडेंट चुने गए। करीब 13 साल पहले वह क्लब के वाइस प्रेसिडेंट चुने गए थे लेकिन अध्यक्ष के अकस्मात के बाद उन्हें प्रेसिडेंट बनाया गया था। अब फिर से अध्यक्ष पद पर काबिज होते ही उन्होंने क्लब की कायाकल्प करने का बीड़ा भी उठाया है। चुनाव जीतते ही उन्होंने कहा कि सालों के लंबे अरसे के बाद उन्हें फिर से क्लब संभालने का जो मौका मिला है वे खुद को साबित करके दिखाएंगे। बता दें कि सुनील खन्ना पूर्व अध्यक्ष संदीप साहनी के समर्थक रहे हैं। ऐसे में उनकी जीत के पीछे ना केवल साहनी ग्रुप बल्कि राजू मित्तल की भरपूर सपोर्ट रही है। वहीं सदस्यों में भी खन्ना के प्रेसिडेंट बनने के बाद खुशी का माहौल है। राजू मित्तल बताते हैं कि लंबे अरसे से क्लब में पारिवारिक माहौल की कमी खल रही थी जो अब पूरी होगी। उनका कहना था कि क्लब की मंथली सब्सक्रिप्शन फीस में कटौली की जानी चाहिए। सदस्यों का यह भी कहना है कि उन्हें फूड क्वालिटी के साथ एंटरटेनमेंट सिस्टम मिलना चाहिए। बता दें कि सुनील खन्ना ने 1580 मतों के साथ प्रधान पद का चुनाव जीत लिया। उन्होंने अपने करीबी प्रतिद्वंद्वी नरेश चौधरी को 128 वोटों के अंतर से हराया। उधर, अनुराग अग्रवाल चंडीगढ़ क्लब के नए उपाध्यक्ष चुने गए। उन्होंने 19 वोटों के अंतर से करण नंदा को हराया। दूसरे स्थान पर रहे नरेश चौधरी को 1452 वोट मिले हैं। बता दें कि प्रधान पद के लिए तीन उम्मीदवारों जिसमें सुनील खन्ना, रमनीत सिंह चहल और नरेश चौधरी के बीच कड़ा मुकाबला था।

दो घंटे की देरी से शुरू हुई मतगणना

वोटिंग देर से शुरू हुई। चंडीगढ़ क्लब के चनाव में वोटों की गिनती सुबह 10 बजे से शुरू होनी थी, लेकिन मतगणना दोपहर 12 बजे के बाद शुरू हुई। इसका कारण रहा कि क्लब के मेंबर्स वोटों की गिनती वाली जगह पर कैमरे के साथ प्रोजेक्टर लगाने की मांग पर अड़ गए। मेंबर्स का कहना था कि कहीं नगर निगम के चुनाव की तरह इसमें कोई गड़बड़ न हो जाए, कोई भी पेन या पैंसिल का इस्तेमाल न को। इसके बाद कैमरों की व्यवस्था की गई और फिर वोटों की गिनी शुरू हुई।